Vipin Kumar jha ( Story, Shayari & Poems ) 7532871208

अक्षरों का कारीगर हूँ, शब्दों को जोड़-जोड़ कर वाक्य बनाता हूँ !

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Wednesday, October 26, 2022

भक्ति गीत ( काली मैया )

kali maiya


चमचम चमकै छै मैया के अँगना

देखियौ कातिक महीना

कातिक महीना हे यौ कातिक महीना

भीड़ जुटल छै सगरो दुनिया

हे यौ कातिक महीना----------


कोइलख भद्रकाली के सुनु कहानी

दरभंगा विराजै छैथ श्यामा महारानी

श्रृंगार गहना मैया के श्रृंगार गहना

भीड़ जुटल छै सगरो दुनिया 

हे यौ कातिक महीना------------


शुंभ-निशुंभ के संहार केलैथ भवानी

कलिया सँ कालीदास बनेलैथ भवानी

तकबै कहिया बेटा दिस तकबै कहिया

भीड़ जुटल छै सगरो दुनिया

हे यौ कातिक महीना-------------


विपिन लिखै छौ तोहर कहानी

प्यारे  गाबैत छौ अपन जुबानी

एले मैया अँगना हमर एले मैया

भीड़ जुटल छै सगरो दुनिया

हे यौ कातिक महीना…


  :- विपिन  झा ( VIPIN JHA )


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