साहित्य,सभ्यता और प्रेम से
भरा है जहाँ का हर परिवार
वही तो है हमारा बिहार!
जानकी ने स्वंय लिया है जहाँ पे अवतार
ऋषि-मुनि भी जिस मिट्टी को प्रणाम करते बारम्बार,
चाकर बन जिस जमी पर आये खुद त्रिलोचन हार
शंकराचार्य की विद्या भी गई जहाँ हार
वही तो है हमारा बिहार!
बुद्ध को मिला जहाँ ज्ञान का भण्डार
सिखों के दसवें गुरु का जहाँ हुआ अवतार
बिस्मिल्लाह खान के सहनाई ने बाँटा प्यार
भगवान महावीर हुए जिस मिट्टी के कर्जदार
वही तो है हमारा बिहार!
विश्व पटल पर शिक्षा का जिसने किया प्रचार
नालंदा और विक्रमशिला बना ज्ञान का भंडार
सम्राट बना जहाँ का अशोक राजकुमार
चन्द्रगुप्त, शेरशाह जैसे सैकड़ों योद्धा हुए जिस मिट्टी के कर्जदार
वही तो है हमारा बिहार!
शून्य भी हमने दिया,
आइंस्टीन के सिद्धांतों से भी हमने लड़ा,
विद्यापति,कालिदास,नागार्जुन, दिनकर,माँझी
मतिराम,केशव,अतुल कुमार,मानस-बिहारी
जैसे रत्नों को जिस मिट्टी ने पैदा किया
अस्सी बर्ष का नौजवान भी अपने हक
के लिए जहाँ पे लड़ता है यार
वही तो है हमारा बिहार!
पंच तत्व है जहाँ की भाषा
हर धर्मो की एक अभिलाषा
हर त्योहार मिल कर मनाते है भाईजान
जहाँ पर आज भी आत्म-हत्या नही करता कोई किसान
ढलते सूरज को भी जहाँ करते है सब प्रणाम
वही तो है हमारा बिहार!
घूमने को है जहाँ अंनत धरोहर
लिट्टी-चोखा,चुड़ा-दही-अचार के संग जहाँ पर महिला गाती है सोहर
बेटी के जन्म लेने से हर चेहरे पर दिखता है जहाँ खुशियों का संसार
वही तो है हमारा बिहार!
:- Vipin Jha
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